रहीमदास जी के दोहे

59 Part

62 times read

1 Liked

जो रहीम गति दीप की, कुल कपूत गति सोय बारे उजियारो लगे, बढ़े अँधेरो होय।। अर्थ— रहीमदास जी कहते हैं कि दीपक के चरित्र जैसा ही कुपुत्र का भी चरित्र होता ...

Chapter

×